बोलो दीक्षार्थी की जय | Bolo Diksharthi Ki Jai
Lata Mangeshkar
Diksha | Bollywood | Stavan
Lyrics of Bolo Diksharthi Ki Jai by Stavan.co
आया रे आया. दीक्षा महोत्सव, सब मिलकर के मनाना,
जैन कुल में जन्म लिया है, लाडली पुत्री हमारी,
बोलो जय-जय-जय, बोलो दीक्षार्थी की जय...
पालितणा नगर में गुरूवर पधारे, वैरागण को लेने,
माता पिता की लाडली हो तुम, भाई बहिन की दुलारी,
स्नेही स्वजन को छोड रही हो, छोड के रिश्ते सारे,
बोलो जय-जय-जय, बोलो दीक्षार्थी की जय…
बीस वर्ष की अल्प आयु में, संयम पंथ अपनाया,
बिन संयम के ना मिलेगा, भवासागर का किनारा,
गुरूवर के चरणों में जाकर, पंच महाव्रत धारा,
बोलो जय-जय-जय, बोलो दीक्षार्थी की जय…
जन्म जन्मो से तरस रही थी, जो अब तुझे मिलेगा,
रजोहरण को हाथ में लेकर, तेरा मन हर्षेगा,
ज्ञान चरित्र दर्शन को पाकर, आत्म उज्जवल बनाना,
बोलो जय-जय-जय, बोलो दीक्षार्थी की जय...
© Rajshri
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