Stavan
Stavan
Janaru Jai Che Jivan

जनारुं जाय छे जीवन | Janaru Jai Che Jivan

Vinod Shah

Stavan

Listen Now
Listen Now

Lyrics of Janaru Jai Che Jivan by Stavan.co

जनारुं जाय छे जीवन, जरा जिनवरने जपताे जा;

हृदयमां राखी जिनवरने, पुराणां पाप धाेताे जा,

जनारुं जाय छे… (१)

बनेलाे पापथी भारे, वळी पापाे करे शीद्ने?

सळगती हाेळी हैयानी, अरे जालीम बुझाताे जा.

जनारुं जाय छे… (२)

दयासागर प्रभु पारस, उछाळे ज्ञाननी छाेळाे;

उतारी वासना वस्राे, अरे पामर! तुं न्हाताे जा.

जनारुं जाय छे… (३)

जीगरमां डंखता दुःखाे, थया पापे पिछानीने;

जिणंदवर ध्याननी मस्ती, वडे एने उडाताे जा.

जनारुं जाय छे… (४)

अरे आतम बनी शाणाे, बतावी शाणपण तारुं;

हठावी जूठी जगमाया, चेतन ज्याेति जगाताे जा.

जनारुं जाय छे… (५)

खील्यां जे फूलडां आजे, जरूर ते काले करमाशे;

अखंडआत्मकमल लब्धि तणी, लय दिल लगाताे जा.

जनारुं जाय छे… (६)

© Stavan.co

Listen to Janaru Jai Che Jivan now!

Over 10k people are enjoying background music and other features offered by Stavan. Try them now!

Similar Songs
Central Circle

Contribute to the biggest Jain's music catalog

Over 10k people from around the world contribute to creating the largest catalog of lyrics ever. How cool is that?

Charity Event 1Charity Event 2Charity Event 3Charity Event 3

दान करे (Donate now)

हम पूजा, आरती, जीव दया, मंदिर निर्माण, एवं जरूरतमंदो को समय समय पर दान करते ह। आप हमसे जुड़कर इसका हिस्सा बन सकते ह।