मेरे मन में पारसनाथ | Mara Man Me Parasnath
Vaibhav Bagmar
Bhakti
Lyrics of Mara Man Me Parasnath by Stavan.co
मेरे मन में पारसनाथ,
तेरे मन में पारसनाथ,
रोम रोम में समाया पारसनाथ रे,
रोम रोम में समाया पारसनाथ रे,
मेरी साँसों में समाया पारसनाथ रे,
मेरे मन मे पारसनाथ।।
जैसे फूलों में सुगन्ध,
जैसे कलियों में है रंग,
पत्ते पत्ते पे लिखा है पारसनाथ रे,
मेरी साँसों में समाया पारसनाथ रे,
मेरे मन मे पारसनाथ।।
जैसे नदियों में है गंगा,
जैसे नभ में चमके चंदा,
कतरे कतरे में है बहता पारसनाथ रे,
मेरी साँसों में समाया पारसनाथ रे,
मेरे मन मे पारसनाथ।।
तेरा शंखेश्वर में धाम,
तेरा नागेश्वर में धाम,
तेरा जीरावला में धाम,
तेरा लोदरवा में धाम,
तेरा नेरुल नगर में धाम,
जैसे नाकोड़ा बिराजे पारसनाथ रे,
मेरी साँसों में समाया पारसनाथ रे,
मेरे मन मे पारसनाथ।।
मेरे मन में पारसनाथ,
तेरे मन में पारसनाथ,
रोम रोम में समाया पारसनाथ रे,
रोम रोम में समाया पारसनाथ रे,
मेरी साँसों में समाया पारसनाथ रे,
मेरे मन मे पारसनाथ।।
© Jainguruganesh
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