Stavan
Stavan
Virti Dhar No Vesh Pyaro

विरति धरनो वेष प्यारो | Virti Dhar No Vesh Pyaro

Jatin Bid

Diksha | Stavan

Listen Now
Listen Now

Lyrics of Virti Dhar No Vesh Pyaro by Stavan.co

विरतिधरनो वेष प्यारो प्यारो लागे रे

संसारीनो संग खारो खारो लागे रे


भवसागर छे भारी मुजने, तरता ना फावे,

तरवानी घणी होंश मुजने, कोण हवे उगारे,

संयमनो आ पंथ, तारणहारो लागे रे…

संसारी…


साचा सुखने शोधुं छुं, मने मारग कोण देखाडे ?

आंगळी मारी पकडो मुजने मुक्ति पंथ बतावे,

सदगुरु नो संग एक ज साचो लागे रे…

संसारी…


रजोहरण मेळववानो हवे, मन मारुं लोभायुं,

गुरुकुळमां वसवाने काजे दिल मारुं ललचायुं,

महावीर तारो मार्ग, कामणगारो लागे रे…

संसारी…

© Jainism Studio

Listen to Virti Dhar No Vesh Pyaro now!

Over 10k people are enjoying background music and other features offered by Stavan. Try them now!

Similar Songs
Central Circle

Contribute to the biggest Jain's music catalog

Over 10k people from around the world contribute to creating the largest catalog of lyrics ever. How cool is that?

Charity Event 1Charity Event 2Charity Event 3Charity Event 3

दान करे (Donate now)

हम पूजा, आरती, जीव दया, मंदिर निर्माण, एवं जरूरतमंदो को समय समय पर दान करते ह। आप हमसे जुड़कर इसका हिस्सा बन सकते ह।