Shri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Golakot, District-Shivpuri (M.P.)
Golakot, Shivpuri, MADHYA PRADESH
Address
Shri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Golakot Ji Mandir Road, Golakot, District-Shivpuri (M.P.)
Shivpuri
473990
Temple Timings
All Days : 05.30 AM – 9.30 PM
How to Reach
Golakot is a Village in Khaniadhana Tehsil in Shivpuri District. It is 75 KM from Shivpuri. 9 KM from Khaniadhana. Train: Shivpuri Railway Station Air: Jhansi Airport
History
ऐतिहासिक एवं कलात्मक, भव्य रमणीय अतिशय क्षेत्र तीर्थोदय एवं धर्मोदय, गोलाकोट के दर्शन कर पुण्य लाभ लें* दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र गोलाकोट पहाडिय़ा गोल के अनुरूप बना है इसलिए इस मंदिर को गोलाकोट मंदिर कहा जाता है। खनियाधाना से महज 8 किमी दूर दक्षिण दिशा में बुंदेलखण्ड विंध्याचल पंच पर्वतों के मध्य स्थित गोलाकोट मंदिर जैन समाज के लिए अति विशिष्ट स्थान रखता है यही कारण है कि यहां सर्वाधिक जैन समाज के मुनि, तपस्तवी, संतों का आवागमन समय-समय पर लगा रहता है। चार्तुमास के दौरान भी जैन समाज के संतों ने इस पावन धरा को पवित्र किया है। जमीन से 264 सीढिय़ों के चढऩे के उपरांत गोलाकोट मंदिर पहुंचा जाता है। यहां 24वें तीर्थकर भगवान श्री महावीर स्वामी से पूर्व की आदिनाथ से पाश्र्वनाथ तक की अति प्राचीन मूर्तियां इस मंदिर में मौजूद है। यहां के इतिहास के बारे में बताया गया है कि इस पहाड़ी पर दिगम्बर जैन परिवार समाज के लगभग 700 परिवार देदामूरी गौत्र के निवास करते थे और इन परिवारों द्वारा यहां भगवान आदिनाथ का अभिषेक भी किया जाता है। धीरे-धीरे अन्य जैन भी खनियाधाना में अब निवास करने लगे है जिससे यहां के जैन समाज के लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है। प्राकृतिक रूप से व स्थानीय जैन समाज के प्रयासों से यहां लगभग 900 कुंआं और 89 बाबड़ी मौजूद है। अ.क्षे. गोलाकोट, म प्र जिला- शिवपुरी में तहसील खनियांधाना से 12 कि.मी. एक छोटी पहाड़ी पर नव विकसित क्षेत्र है। क्षेत्र पर 3000 हजार साल प्राचीन प्रतिमाओं के दर्शन होते हैं। विशाल केम्पस में मंदिर, विशाल 4 मंजिला अत्याधुनिक गेस्टहाउस है। जो पूर्णतया एयर कंडीशन है, जो सुधाकलश के नाम से है। मंदिर के पास ही नवनिर्मित विशाल संत शाला भी है। हर सीजन मे छोटी-बड़ी गाडी क्षेत्र पर पहुंच सकती है। मंदिर में आदिनाथ भगवान की मूलनायक प्रतिमा चमत्कारी है। मंदिर परकोटे में दो दालानों मे अनेकों प्रतिमाएं है जिनके सिर मूर्ति भंजको ने काट लिए थे। क्षेत्र पर चौबीसी का निर्माण कार्य प्रगति पर है। *सुविधाए*- अत्याधुनिक विशाल भोजन शाला गुरूकृपा अन्नप्रसाद है, जहां घर जैसा भोजन उपलब्ध है। गेस्टहाउस में VIP सुविधाये है। मंदिर जी में विधान की पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध है। मंदिर जी में शांतिधारा का समय 7.15 से शुरू होता है। *निकटतम क्षेत्र*- गोलाकोट झांसी से 90 कि.मी, मुंगावली से 70, बामौर कलां से10 कि मी दूरी पर है। *निकटवर्ती तीर्थ क्षेत्र*- पचराई अ क्षे लगभग 30 किमी पर दर्शनीय प्राचीन क्षेत्र है। जहां अनेकों पुज्यनीय प्रतिमाओं के अतिरिक्त सेकड़ों खंडित भी है । *सम्पर्क* :- 9009220473, 9179371348, 6266989426
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