Stavan
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Shri Kalikund Parshvnath Jain Tirth, Kalikund, Dholka, District -Ahmedabad (Gujarat)

Dholka, Ahmedabad, GUJARAT

Temple History

Shwetamber Jain Temple in Dholka, Ahmedabad श्री कलिकुंड़ पार्श्वनाथ,धोलका श्री कलिकुंड़ पार्श्वनाथ का मूल तीर्थ अब उपलब्ध नहीं है। लेकिन धोलका में स्थित देरासर में पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमा 2500 वर्षो से अधिक प्राचीन है यह प्रतिमा भालापोल के आदिनाथ देरासर के भोंयरे में थी जो पूज्य आचार्य राजेन्द्रसूरिजी की प्रेरणा से धोलका के इस देरासर का निर्माण हुआ और विक्रम संवत् 2038 में प्रतिष्ठिा हुई। श्री कलिकुंड पार्श्वनाथ की नवफणा से सुशोभित प्रतिमा 35” ऊंची और 27” चोड़ी है तथा अष्ट महाप्रातिचार्य से शोभित है। यह एकमात्र ऐसी प्रतिमा है जिसके नाग फणा किसी अन्य प्रतिमा से नहीं मिलते है धोलका शहर का एतिहासिक महत्व प्राचीन काल से है और पांड़वों से जुड़ा हुआ है। और भगवान पार्श्वनाथ से जुड़े तीन पवित्र तीर्थ स्थलों का उदय स्थल है। इनमें से एक है कलीकुंड तीर्थ, जिसकी उत्पत्ति की एक दिलचस्प कहानी है। जो महिधर नामक हाथी के पूर्व से जुड़ी हुई है। जो त्याग और भक्ति की अमर कहानी है। जिसके चलते कलिकुंड़ तीर्थ की स्थापना हुई थी। समय के साथ यह मूल तीर्थ तो लुप्त हो गया है। विक्रम संवत् 1276 में राजा वीरधवल के समय में मंत्री वस्तुपाल तेजपाल द्वारा निर्मित भगवान आदिनाथ देरासर के तहखाने में कलिकुंड़ पार्श्वनाथ की प्रतिमा मिली जिसे देख राजेन्द्रसूरिजी ने वर्तमान देरासर का निर्माण की इच्छा जताई तब इस प्रतिमा के नाम से नवीन मंदिर का निर्माण हुआ और वि. सं. 2038 फाल्गुन सूद तीज के दिन इस भव्य देरासर की प्रतिष्ठा विधि संपन्न हुई। विक्रम संवत् 1132 में धोलका में दादा गुरुदेव श्री जिनदत्त सूरिजी का जन्म हुआ था। देरासर परिसर में आगे की खुदाई करते समय 34 प्राचीन मूर्तियाँ मिलीं, जो अब भगवान आदिनाथ मंदिर में प्रतिष्ठित हैं। पवित्र शत्रुंजय मंदिर की तर्ज पर एक "मिनी शत्रुंजय" मंदिर का निर्माण कलीकुंड पार्श्वनाथ देरासर के पीछे की भूमि पर किया गया है। कलिकुंड पार्श्वनाथ मंदिर उत्कृष्ट कलात्मकता से सुसज्जित है। देरासर की वास्तुकला और निर्माण शैली विशिष्ट और अद्वितीय है। विशेष रूप से, इस प्रतिमा में फन का चित्रण भगवान पार्श्वनाथ की अन्य प्रतिमाओं से अलग है। यह देरासर वडोदरा-पालिताना मार्ग पर स्थित है जो अहमदाबाद से 40 किमी पालिताना से 190 किमी और वल्लभीपुर से 110 किमी.दूरी पर है। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए धर्मशाला और भोजनशाला उपलब्ध हैं। सम्पर्क: 09512025738

Temple Category

Shwetamber Temple

Temple Timings

Morning Hours

Morning: 5:30 AM - 11:30 AM

Evening Hours

Evening: 5:30 PM - 8:30 PM

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How to Reach

By Train

Train: Dholka Railway Station

By Air

Airport: Sardar Vallabhbhai Patel International Airport Ahmedabad (48 Km)

By Road

It is well connected with roads

Location on Map

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