Stavan
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Shri Mahaveer Swami Shwetamber Jain Mandir, Gandhigar Ka Tapra, Bisati Bazar, Jhansi (U.P.)

Bisati Bazar, Jhansi, UTTAR PRADESH

Temple History

Shwetamber Jain Temple in Bisati Bazar, Jhansi श्री महावीर स्वामी श्वेतांबर जैन मंदिर पसरट, बड़ा बाज़ार, झाँसी रानी लक्ष्मी की ऐतिहासिक प्राचीन नगरी झाँसी के प्राचीर की परकोटे में पसरट, बड़ा बाज़ार में स्थित यह प्राचीन श्वेतांबर जैन मंदिर जैन धर्म की परंपरा, वैभव और सांस्कृतिक धरोहर का अमूल्य रत्न है। यह मंदिर ऐसा प्रतीत होता है मानो समय के प्रवाह में श्रद्धा, भक्ति और सौंदर्य का चिरंतन दीप प्रज्वलित कर रहा हो। इसकी दिव्यता और भव्यता, जैसे किसी कवि की कल्पना का साकार रूप, भक्तों के हृदय में भक्ति और शांति का संचार करती है। लगभग ढाई से तीन सौ वर्ष पूर्व, श्री माणिकचंद जी जैन साहब, सदर बाज़ार झाँसी निवासी, द्वारा निर्मित यह मंदिर जैन धर्म की अखंड ज्योति का प्रतीक है। इसके पश्चात रानी लक्ष्मीबाई के समय में, श्री गुलाबचंद जी साहब बैद एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कनक बैद द्वारा इसके जीर्णोद्धार से इसे और भी अद्वितीय आभा प्राप्त हुई। आगे चलकर कोलकाता निवासी श्री हरखचंद जी साहब कांकरिया एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती तारा देवी ने इस धार्मिक धरोहर के संरक्षण का भार उठाया और मंदिरजी का अंतिम जीर्णोद्धार विक्रम संवत २०१४ पौष वदी ९,शनिवार दिनाँक १४-१२-१९५७ के शुभ दिन हुआ था। मुख्य मूर्तियां: दिव्यता का भव्य स्वरूप मंदिर के पावन गर्भगृह में विराजमान भगवान महावीर स्वामी की सफेद संगमरमर की अद्वितीय मूर्ति मानो चंद्रकिरणों का सजीव स्वरूप हो। उनकी दाईं ओर दशम तीर्थंकर भगवान श्री शीतलनाथ और बाएं ओर द्वादश तीर्थंकर भगवान श्री वासुपूज्य की मनमोहक अतिसुंदर प्रतिमाएं भक्तों को सद्गुण, संयम और तप की प्रेरणा प्रदान करती हैं। गर्भगृह के केंद्र में भगवान महावीर की प्रतिमा के साथ उनके प्रथम गणधर श्री गौतम स्वामी की प्रतिमा, जैसे ज्ञान और भक्ति के दो दीपक, भक्तों के हृदय को आलोकित करते हैं। गर्भगृह के द्वार पर मातरंग यक्ष और सिद्धियिका यक्षिणी की प्रतिमाएं, मानो इस स्थान की पवित्रता और दिव्यता के प्रहरी हैं। इनकी मूर्तियों की कारीगरी इतनी सजीव है कि लगता है जैसे ये स्वयं भक्तों को आशीर्वाद और प्रेरणा प्रदान कर रहे हों। ऊपरी मंजिल: प्राचीन गौरव की गाथा मंदिर की ऊपरी मंजिल पर सोलहवें तीर्थंकर भगवान शांतिनाथ की प्राचीन और अद्वितीय प्रतिमा स्थापित है। इस प्रतिमा की शांति और सौम्यता, मानो भक्तों के मन को मां गंगा की पवित्र अमृत धारा से शीतल करती हो। यह मूर्ति, जो क़रीब ३९५ वर्षों से भी अधिक पुरानी मानी जाती है, बुध ग्रह की दिव्यता को प्रतिबिंबित करती है। प्रतीमाजी पर संवत १६८६ का शिलालेख पढ़ पाते हैं । इसके समीप तेइसवें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ की दो प्रतिमाएं हैं – एक काले और दूसरी सफेद संगमरमर से बनी। इन प्रतिमाओं के सिर पर सहस्त्रफण नाग की छत्र रूपी आकृति, मानो भक्तों को सुरक्षा और आशीर्वाद का संदेश देती है। मंदिर प्रांगण: श्रद्धा का सागर मंदिर के प्रांगण में कई अन्य प्रतिमाएं स्थापित हैं, जो धर्म और भक्ति के दीप की भांति आलोकित प्रतीत होती हैं। इनमें गुरुदेव श्री शांतिसूरिजी, चमत्कारी दादागुरुदेव, अधिष्ठायक देव श्री भैरूजी, वीर मणिभद्र देव, मां पद्मावती, और भगवान ऋषभदेव की शासन देवी मां चक्रेश्वरी की प्रतिमाएं स्थापित हैं। इन मूर्तियों की दिव्यता, जैसे भक्तों के मन को चिर शांति और शक्ति का वरदान प्रदान करती हो। इतिहास: समय की अमिट गाथा इस मंदिर का इतिहास, समय की धारा में बसा हुआ, श्रद्धा और भक्ति का एक स्वर्णिम अध्याय है। जब श्री माणिकचंद जी जैन साहब ने इस मंदिर का निर्माण करवाया, तो यह केवल एक इमारत नहीं, बल्कि धर्म, भक्ति और आस्था का शिखर बन गया। रानी लक्ष्मीबाई के युग के बाद, श्री गुलाबचंद जी बैद साहब ने इसके पुनर्निर्माण से इसे अद्वितीय भव्यता प्रदान की। विशेषता: कला, वास्तु और आध्यात्म का संगम इस मंदिर की मूर्तियां, जैसे चंदन की सुगंध से भी मधुर, भक्तों के मन को मोह लेती हैं। गर्भगृह का शांत वातावरण, भगवान महावीर की प्रतिमा की दिव्यता, और नागफण से सुसज्जित भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमाएं, सभी मिलकर इसे स्वर्ग का प्रतिरूप बनाती हैं। यह मंदिर केवल जैन धर्म का स्थल नहीं, बल्कि अध्यात्म, वास्तुकला और इतिहास का त्रिवेणी संगम है। यहाँ आने वाले प्रत्येक स्वधर्मी व अनन्य भक्त को यह स्थान, जीवन में शांति, भक्ति और प्रेरणा का अनमोल अनुभव प्रदान करता है। मंदिरजी की सालगिरह पौष वदी ९ के दिन हर्षोल्लास के साथ संपन्न होती है । पुजारीजी - तेजु चौबे, 9795190079 9170704856 7581040246 पताः श्री जैन श्वेतांबर महावीर स्वामी मंदिर पसरट, बड़ा बाज़ार, आर्य समाज मंदिर, झाँसी-284002 फोन नंबर: 9369829518, 7084603111

Temple Category

Shwetamber Temple

Temple Timings

Morning Hours

Morning: 5:30 AM - 11:30 AM

Evening Hours

Evening: 5:30 PM - 8:30 PM

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How to Reach

By Train

Train: Jhansi Junction Railway Station

By Air

Air: Gwalior Airport

By Road

It is well connected with roads

Location on Map

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