Shri Sambhavnath Jain Shwetamber Mandir, Desuri, District - Pali (Rajasthan)
Desuri, Pali, RAJASTHAN
Temple History
Shwetamber Jain Temple in Desuri, Pali अरावली पर्वत की तराई में हरियाली से भरपूर नोमा व सुखडी नदी या बडी नदी के मध्य व जोधपुर उदयपुर मेगा हाईवे क्र. १६ की मुख्य सडक पर स्थित है देसुरी अर्थात प्राचीन देवसुरी नगर। मारवाड व मेवाड को जोडने वाला ऐतिहासिक गावं ,वीरों व संतों का गांव, जोधपुर डिवीजन व पाली जिले में गोडवाड का प्रथम गांव देवसुरी इतिहास प्रसिद्ध राठौड व राणाओं का आधिपत्यवाला गांव रहा। देसुरी गांव का नाम ‘देवसुरी’ था, जिसका प्रमाण जैन पेढी पर अंकित है। ‘श्री ॠषभदेव भगवान जैन पेढी देवसुरी एवं पंचायत भवन’ नाम था। भगवान के तिगडे पर भी लेख में देवसुरी गांव अंकित है। कालक्रम में यह अपभ्रंश होकर देसुरी हो गया। यहां कुल चार जैन मंदिर हैं। सभी संप्रतिकालीन हैं। श्री संभवनाथजी मंदिर : श्री ओसवाल जैन श्वे. मू. पू. संघ पेढी व श्री चंद्रपभुस्वामी मंदिर के ठीक सामने विशाल दो मंजिला शिखरबंध जिनालय में मूलनायक श्री संभवनाथ प्रभु की आकर्षक प्रतिमा प्रतिष्ठित है। द्वार पर दो विशाल हाथी खडे हैं, जिससे जिनालय की भव्यता और बढ रही है। वि. सं. १९०१ के लगभग ( जैन तीर्थ सर्वसंग्रह के अनुसार) इसमें संप्रितकालीन मूलनायक के रूप में श्री आदेश्वर भगवान, पाशर्वनाथ सह तिगडे रूप में प्रतिष्ठित थे। आ.श्री जिनेन्द्रसूरिजी की प्रेरणा से सामूल जीर्णोद्धार करवाकर वीर स. २४९६ एवं वि. स. २०२७, जेठ सुदि ६, सोमवार दि. १०-०६-१९७० को आ. श्री के हस्ते महोत्सव पूर्वक भव्य प्रतिष्ठा संपन्न हुई व मूलनायक श्री संभवनाथजी प्रतिष्ठित हुए व प्राचीन श्री आदेश्वरदादा ऊपर शिखर मंदिर में प्रतिष्ठित हुए। समय चलते गुरु भगवंतों से प्रेरणा मिली कि अधिष्ठायक देव –देवियों को विराजमान करो। श्री संघ ने सुझावों को ध्यान में रखकर श्री नाकोडा भैरवदेव, श्री मणिभद्रवीर, श्री पद्मावतीदेवी व ऊपर श्री आदेश्वर दादा के सन्मुख मरुदेवी माता की गज पर प्रतिमाओं की मंगलकारी अंजनविधि हेतु पू. आ. श्री आनंद घनसूरिजी की निश्रा में वि.स. २०५९, वैशाख सुदि ६, सोमवार दि. ०७.०५.२००३ को चारभुजा नगर भेजी गई। विधि सह अंजन हुई प्रतिमाओं को मेहमान रूप में ७ कि.मी. दूर सुमेर तीर्थ में विराजमान की गई। नूतन देवकुलिकाओं की प्रतिष्ठा वि. स. २०६१ माघ वदि ४, शनिवार दि. २९.१.२००५ को आ. श्री पद्मसूरिजी के हस्ते संपन्न हुई व एक दिन पूर्व २८.०१.२००५ को श्री ओसवाल न्याति भवन का खनन मुहूर्त भी हुआ।
Temple Category
Temple Timings
Morning Hours
Morning: 5:30 AM - 11:30 AM
Evening Hours
Evening: 5:30 PM - 8:30 PM
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How to Reach
By Train
Train: Falna Railway Station
By Air
Air: Udaipur Airport (110 Km)
By Road
It is 8 km from Ranakpur and is well connected with roads
Location on Map
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