Stavan
Stavan
Shri Shreyansgiri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Kachhgawan, District - Katni (M.P.) image 1
1
Shri Shreyansgiri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Kachhgawan, District - Katni (M.P.) image 2
2
Shri Shreyansgiri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Kachhgawan, District - Katni (M.P.) image 3
3
Shri Shreyansgiri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Kachhgawan, District - Katni (M.P.) image 4
4
Shri Shreyansgiri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Kachhgawan, District - Katni (M.P.) image 5
5
Shri Shreyansgiri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Kachhgawan, District - Katni (M.P.) image 6
6
Shri Shreyansgiri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Kachhgawan, District - Katni (M.P.) image 7
7
Shri Shreyansgiri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Kachhgawan, District - Katni (M.P.) image 8
8
Shri Shreyansgiri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Kachhgawan, District - Katni (M.P.) image 9
9
Shri Shreyansgiri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Kachhgawan, District - Katni (M.P.) image 10
10

Shri Shreyansgiri Digamber Jain Atishaya Kshetra, Kachhgawan, District - Katni (M.P.)

Kachhgawan, Katni, MADHYA PRADESH

Temple History

Digamber Jain Temple in Kachhgawan, Katni अतिशय क्षेत्र श्रेयांसगिरि (सीरागिरि): एक अद्भुत तीर्थ यात्रा श्रेयांसगिरि, जिसे प्राचीन काल में "सीरागिरि" के नाम से जाना जाता था, पन्ना जिले के सुरम्य पहाड़ों में बसा एक अनूठा जैन तीर्थ क्षेत्र है। यह स्थान झांसी-रीवा मार्ग पर, देवेन्द्र नगर कस्बे के समीप स्थित है, जहाँ पहुँचने के दौरान खजुराहो के विश्वप्रसिद्ध मंदिरों और पन्ना वन्य अभ्यारण की सुंदरता का आनंद लिया जा सकता है। श्रेयांसगिरि तक पहुंचने के लिए एक पक्का सड़क मार्ग भी है, जो तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को सरल बनाता है। इस तीर्थ का नाम "सीरागिरि" इसलिए पड़ा क्योंकि यहाँ पहाड़ियों पर मधुमक्खियों के छत्तों से मधु बहता था, जिसे 'सीरा' कहा जाता है। पहले यह स्थान घने जंगलों से ढका हुआ था, और इस स्थल को पुनः प्रकाश में लाने का श्रेय परम पूज्य आचार्य श्री विमल सागर जी महाराज को जाता है। उन्होंने यहां प्रथम चातुर्मास करने के बाद इस क्षेत्र की महिमा को पुनः जनमानस में लाया। कहा जाता है कि मुनिराज के चरणों की रज से इस क्षेत्र के जल संकट का अंत हो गया था और यहाँ के निवासियों की दरिद्रता भी दूर हो गई, जो इस तीर्थ के महान अतिशय हैं। श्रेयांसगिरि की पहाड़ियों में कई अतिप्राचीन गुफा मंदिर स्थित हैं, जिनमें जैन तीर्थंकरों की भव्य प्रतिमाएं विद्यमान हैं। ये गुफा मंदिर न केवल जैन धर्म की प्राचीन कला और संस्कृति को दर्शाते हैं, बल्कि भक्तों को एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव भी प्रदान करते हैं। पहला गुफा मंदिर 500 सीढ़ियां चढ़ने के बाद आता है, जहाँ भगवान महावीर स्वामी की 2000 वर्ष पुरानी पद्मासन मुद्रा में एक भव्य प्रतिमा स्थित है। इसी गुफा में भगवान पार्श्वनाथ की भी एक कायोत्सर्ग मुद्रा में प्रतिमा विद्यमान है, जिसे देखकर मन को शांति और सुख की अनुभूति होती है। यहां की प्रतिमाएं अत्यधिक प्राचीन और अद्वितीय हैं। तीसरी शताब्दी की भगवान ऋषभदेव की विशाल प्रतिमा, जो लगभग 6 फीट ऊंची है, इस क्षेत्र की सबसे प्राचीन और आकर्षक प्रतिमा मानी जाती है। आचार्य श्री विराग सागर जी ने 1991 में इस क्षेत्र को "श्रेयांसगिरि" नाम दिया और इसके विकास की शुरुआत की। उन्होंने यहां अपना दूसरा चातुर्मास 2000 में संपन्न किया, जिससे यह क्षेत्र एक बार फिर से जनमानस में आया और इसका जीर्णोद्धार कार्य भी तेजी से प्रारंभ हुआ। श्रेयांसगिरि न केवल एक तीर्थ स्थल है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक यात्रा का मार्ग भी है, जहाँ हर कदम पर आपको शांति और आनंद का अनुभव होगा।

Temple Category

Digamber Temple

Temple Timings

Morning Hours

Morning: 5:30 AM - 11:30 AM

Evening Hours

Evening: 5:30 PM - 8:30 PM

Plan Your Visit

How to Reach

By Train

Train: Katni Railway Station

By Air

Air:  Bhopal Airport

Location on Map

Charity Event 1Charity Event 2Charity Event 3Charity Event 3

दान करे (Donate now)

हम पूजा, आरती, जीव दया, मंदिर निर्माण, एवं जरूरतमंदो को समय समय पर दान करते ह। आप हमसे जुड़कर इसका हिस्सा बन सकते ह।