Stavan
Stavan
Mangal Deepak Guru Ka Kije (Mangaldiya)

मंगल दीपक गुरु का कीजे (मंगलदिया) | Mangal Deepak Guru Ka Kije (Mangaldiya)

Aarti

Listen Now
Listen Now

Lyrics of Mangal Deepak Guru Ka Kije (Mangaldiya) by Stavan.co

मंगल दीपक गुरु का कीजे,

मन वांछित फ़ल कारज सीझे ।।


मंगल दीप मंगल अड़भाषे,

घर घर मंगल भाव प्रकाशे ।।


करे करावे मंगल माला,

अन-धन लक्ष्मी लहे सुविशाला ।।


अलिय विघ्न हर मंगल दीवो,

ऋद्धिसार भविजन चिरंजीवो ।।


मंगल दीपक गुरु का कीजे,

मन वांछित फ़ल कारज सीझे ।।


दीवो रे दीवो प्रभु मंगलिक दीवो,

आरति उतारण बहु चिरंजीवो ।।


सोहामणं घेर पर्व दीवाळी,

अम्बर खेले अमरा बाळी ।।


दीपाळ भणे एणे कुल अजुआळी,

भावे भगते विघन निवारी ।।


दीपाळ भणे एणे ए कलिकाळे,

आरति उतारी राजा कुमारपाळे ।।


अम घेर मंगलिक तुम घेर मंगलिक,

मंगलिक चतुर्विध संघने होजो ।।

© Stavan.co

Listen to Mangal Deepak Guru Ka Kije (Mangaldiya) now!

Over 10k people are enjoying background music and other features offered by Stavan. Try them now!

Similar Songs
Central Circle

Contribute to the biggest Jain's music catalog

Over 10k people from around the world contribute to creating the largest catalog of lyrics ever. How cool is that?

Charity Event 1Charity Event 2Charity Event 3Charity Event 3

दान करे (Donate now)

हम पूजा, आरती, जीव दया, मंदिर निर्माण, एवं जरूरतमंदो को समय समय पर दान करते ह। आप हमसे जुड़कर इसका हिस्सा बन सकते ह।