उठ उठ रे (दो घडी प्रभु रो भजन) | Uth Uth Re (Do Ghadi Prabhu)
Madhusmitaji Maharaj
Stavan
Lyrics of Uth Uth Re (Do Ghadi Prabhu) by Stavan.co
उठ उठ रे
उठ उठ रे मारा ज्ञानी रे जिवडा,
दो घडी प्रभु रो भजन करो ।। (२)
प्रभु भजना सुं मैल धूप है (२)
कर्मो री कोट कटे रे जिवडा
दो घडी प्रभु रो भजन करो ।। (२)
प्रभु भजना सुं अनुभव होव (२)
ज्ञान रो दिवडो जले रे जिवडा
दो घडी प्रभु रो भजन करो ।। (२)
प्रभु भजना सुं शांति मिले है (२)
प्रभु सुं तार जुड़े रे जिवडा
दो घडी प्रभु रो भजन करो ।। (२)
प्रभु भजना सुं मुक्ति मिले है (२)
प्रभु सम तू बनजा रे जिवडा
दो घडी प्रभु रो भजन करो ।। (२)
प्रभु भजना सुं ज्ञान खुले है
पद अरिहंत मिले रे जिवडा
दो घडी प्रभु रो भजन करो ।। (२)
प्रभु भजना सुं द्वेष मिटे है
प्रभु भजना सुं क्लेश मिटे है
राग रो रंग घाटे रे जिवडा
दो घडी प्रभु रो भजन करो ।। (२)
प्रभु भजना सुं पाप घटे है (२)
पुण्य री रास बढे रे जिवडा
दो घडी प्रभु रो भजन करो ।। (२)
© Stavan.co
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